पिछले तीन सालों में दूध के दामों में 22 फीसद का उछाल आया है.
पिछले 3 साल में दूध की कीमतें करीब 22 फीसद बढ़ी हैं.
इस साल 3 बार दूध की कीमतें बढ़ गई हैं और आगे दाम और बढ़ने की आशंका है. ऐसे में दूध का बढ़ा हुआ भाव क्या सरकार की नीतियों को प्रभावित करेगा?
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मक्खन, घी और पनीर सहित दूध से बनने वाले सभी प्रोडक्ट भी महंगे हो सकते हैं क्योंकि पशुओं में लम्पी स्किन बीमारी की वजह से दूध का उत्पादन प्रभावित हुआ ह
आने वाले त्योहारों में दूध से बनी मिठाई महंगी हो सकती है. एक तरफ पशुओं में बीमारी की वजह से दूध उत्पादन प्रभावित हुआ है.
अमूल (Amul) के बाद दूसरे नंबर की दूध उत्पादक मदर डेयरी और अन्य कंपनियां भी जल्द ही लागत बढ़ने का हवाला देते हुए दूध के दाम बढ़ा सकती हैं.
2 रुपये/लीटर के साथ AMUL दूध के MRP में 4% का इजाफा हो गया है. GCMMF ने कहा है कि ये बढ़ोतरी औसत खाद्य महंगाई के मुकाबले काफी कम है.